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Bapu Nadkarni Biography in Hindi - बापू नाडकर्णी की जीवनी हिंदी में।

इस आर्टिकल में हम बात करेंगे बापू नाडकर्णी एक प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेटर थे जिन्होंने अपने असाधारण गेंदबाजी कौशल, विशेष रूप से अपनी उल्लेखनीय सटीकता और असाधारण रूप से चुस्त लाइन और लंबाई बनाए रखने की क्षमता के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की। इस लेख में हम बापू की क्रिकेट की दुनिया को विस्तार से समझेंगे। जैसे कि, बापू का क्रिकेट की दुनिया में आगमन कैसे हुआ, बापू का क्रिकेट करियर कैसा रहा आदि के बारे में जानेंगे। अत: इस लेख Bapu Nadkarni Biography in Hindi को अंत तक जरूर पड़ें।
Bapu Nadkarni Biography in Hindi - बापू नाडकर्णी की जीवनी हिंदी में।

Bapu Nadkarni

  • पूरा नाम: रमेशचंद्र गंगाराम नाडकर्णी
  • उपनाम: बापू
  • जन्म: 4 जनवरी, 1933
  • जन्मस्थान: नासिक, महाराष्ट्र, भारत
  • बल्लेबाजी शैली: बाएं हाथ से
  • गेंदबाजी शैली: बायां हाथ रूढ़िवादी
  • मृत्यु: 17 जनवरी 2020

प्रारंभिक जीवन :
बापू नाडकर्णी का जन्म नासिक, महाराष्ट्र, भारत में हुआ था। उन्होंने 1951-52 में महाराष्ट्र के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया और जल्द ही अपने लगातार प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया। वह अपनी सटीक बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी और निचले क्रम में आसान बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे।

अंतर्राष्ट्रीय कैरियर :
बापू नाडकर्णी ने दिसंबर 1955 में चेन्नई में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण किया। उन्होंने 1955 और 1968 के बीच भारत के लिए 41 टेस्ट मैच खेले। नाडकर्णी गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी थे, जो अपनी उल्लेखनीय सटीकता और नियंत्रण के लिए जाने जाते थे। उनकी इकॉनमी दर असाधारण रूप से कम थी, और उन्हें अक्सर भारतीय कप्तानों द्वारा एक नियंत्रण गेंदबाज के रूप में उपयोग किया जाता था। वह एक उपयोगी बल्लेबाज भी थे, जो निचले क्रम में बहुमूल्य रनों का योगदान देने में सक्षम थे।

उल्लेखनीय उपलब्धियाँ :
बापू नाडकर्णी का सबसे प्रसिद्ध प्रदर्शन 1960-61 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में आया, जहां उन्होंने लगातार 21 मेडन ओवर फेंके, एक रिकॉर्ड जो आज भी टेस्ट क्रिकेट में कायम है। नाडकर्णी ने अपने टेस्ट करियर में 25.70 की औसत से 1,414 रन बनाए और 29.07 की औसत से 88 विकेट लिए। वह 1959 में इंग्लैंड और 1962 में वेस्ट इंडीज का दौरा करने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।

सेवानिवृत्ति के बाद :
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, नाडकर्णी विभिन्न पदों पर खेल से जुड़े रहे। उन्होंने एक कोच और प्रशासक के रूप में कार्य किया और अपने निधन तक क्रिकेट से जुड़े रहे। भारतीय क्रिकेट में बापू नाडकर्णी की विरासत एक अनुशासित और विश्वसनीय कलाकार की है, जिन्होंने अपने करियर के दौरान राष्ट्रीय टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक टेस्ट मैच में लगातार 21 मेडन ओवर फेंकने की उनकी असाधारण उपलब्धि खेल के इतिहास में सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक है।

Conclusion :

दोस्तों अब आप जान चुके हो बापू नाडकर्णी के सम्पूर्ण जीवन और किक्रेट की दुनिया के बारे में पहुंचे जाने वाले सभी प्रश्नों का जवाब, यदि और कोई प्रश्न मुझसे पूछना है तो iamkushkumarsaini@gmail.com ईमेल के जरिए कांटेक्ट करें।

FAQ :

Q: बापू नाडकर्णी का जन्म कब हुआ था?
Ans: बापू नाडकर्णी का जन्म 4 जनवरी 1993 में हुआ था।

Q: बापू नाडकर्णी की पत्नी का क्या नाम है?
Ans: बापू नाडकर्णी की पत्नी का नाम पुष्पा नाडकर्णी है।

Q: बापू नाडकर्णी ने सबसे पहले अंतराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट मैच किसके खिलाफ और कब खेंला?
Ans: बापू नाडकर्णी ने सबसे पहले अंतराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट मैच 1955 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेंला।

Q: बापू नाडकर्णी का निर्धन कब हुआ था?
Ans: बापू नाडकर्णी का निर्धन 17 जनवरी 2020 में हुआ था।

 















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