Bhuvneshwar Kumar
- पूरा नाम: भुवनेश्वर कुमार सिंह
- जन्म तिथि: 5 फरवरी, 1990
- जन्म स्थान: मेरठ (उत्तर प्रदेश)
- ऊंचाई: 5 फीट 10 इंच (1.78 मीटर)
- बल्लेबाज: दाएं हाथ
- गेंदबाज: दाएं हाथ के मध्यम तेज
प्रारंभिक जीवन :
भुवनेश्वर कुमार का जन्म 5 फरवरी 1990 को मेरठ, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था। वह एक साधारण परिवार में पले-बढ़े और छोटी उम्र से ही उन्हें क्रिकेट में गहरी रुचि हो गई। मेरठ प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को तैयार करने के लिए जाना जाता है और भुवनेश्वर की यात्रा इस क्रिकेट प्रेमी शहर के धूल भरे मैदान से शुरू हुई। भुवनेश्वर कुमार ने नवंबर 2017 में मेरठ में एक निजी समारोह में अपनी लंबे समय से प्रेमिका नुपुर नागर से शादी की।
घरेलू कैरियर :
भुवनेश्वर कुमार ने 2007-2008 में उत्तर प्रदेश के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया। गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने की उनकी क्षमता और लगातार अच्छे प्रदर्शन ने जल्द ही चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा। वह उत्तर प्रदेश टीम में एक महत्वपूर्ण दल बन गए और घरेलू क्रिकेट में उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अंतर्राष्ट्रीय कैरियर :
भुवनेश्वर कुमार ने 30 दिसंबर, 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच में भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। उन्होंने गेंद को अच्छी गति से स्विंग करने की अपनी क्षमता से तुरंत प्रभाव डाला। उनका टेस्ट डेब्यू फरवरी 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ, उसके बाद दिसंबर 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ उनका ट्वेंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय (टी20ई) डेब्यू हुआ।
खेलने की शैली :
भुवनेश्वर कुमार गेंद को दोनों तरफ स्विंग करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं, खासकर नई गेंद से। उन्होंने स्विंग गेंदबाजी की कला में महारत हासिल कर ली है, जो उन्हें खेल के सभी प्रारूपों में एक शक्तिशाली ताकत बनाती है, खासकर स्विंग के लिए अनुकूल परिस्थितियों में। अपने गेंदबाजी कौशल के अलावा, वह निचले क्रम के एक उपयोगी बल्लेबाज भी साबित हुए हैं, जब टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है तो महत्वपूर्ण रन बनाने में सक्षम होते हैं।
करियर के मुख्य अंश :
2013 में चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच में भुवनेश्वर कुमार ने अपनी स्विंग गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया और मैच में छह विकेट लिए। उन्होंने 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और टूर्नामेंट में 10 विकेट लेकर संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। 2018 में भुवनेश्वर कुमार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में पांच विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने। वह खेल के सभी प्रारूपों में भारत के गेंदबाजी आक्रमण का एक अभिन्न अंग रहे हैं, नई गेंद और डेथ ओवरों दोनों में लगातार योगदान देते हैं। मेरठ के धूल भरे मैदान से भारत के प्रमुख स्विंग गेंदबाजों में से एक बनने तक का भुवनेश्वर कुमार का सफर कड़ी मेहनत, समर्पण और प्रतिभा की एक प्रेरक कहानी है। गेंद को स्विंग कराने और बल्ले से योगदान देने की क्षमता के कारण वह भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अहम खिलाड़ी बने हुए हैं।